To Read 13 May Shiv Baba’s Mahavakya :- Click Here
Om Shanti
14.05.2018
★【 आज का पुरुषार्थ 】★
बाबा ने कहा…
बच्चे, जो उच्चतम् स्वमान बाप आप बच्चों को दे रहा है उसके स्मृति स्वरूप बन जाओ।
पहले स्वयं पर निश्चय रख यह 100% accept करो कि मैं ही हूँ…।
जब आप संकल्पों के द्वारा अपने उच्चतम् स्वमान को स्वीकार कर लोगे तो स्वमान में स्थित होना सहज हो जायेगा … और जितना आप अपने स्वमान में स्थित रहोगे, उतना ही आप इस दुनिया से न्यारे अर्थात् इस कलियुगी दुनिया की तमोप्रधानता से न्यारे होते जाओगे और न्यारी आत्मा ही सभी की प्यारी बन सकती है, अर्थात् सभी के सामने प्रत्यक्ष हो सकती है…।
देखो बच्चे, माला नम्बरवार ही पिरोई जाती है इसलिए जब पहला और दूसरा मणका अपनी-अपनी post पर पहुँचता जायेगा तो automatically एक मणके के नज़दीक दूसरा, तीसरा आता जायेगा अर्थात् सब नम्बरवार तैयार होते जायेंगे…।
इसलिए आप स्वयं को आधारमूर्त समझ व्यवहार में आओ।
माला के सभी मणके प्रत्यक्ष होंगे। इसलिए हर बच्चे को स्वयं पर इतना attention रखना है कि हम साधारण नहीं है, विशेष है…। तो हमारा उठना, बैठना, बोलना, चलना, फिरना सब विशेष हो तब ही तो हर मणका अपनी-अपनी चमक दिखा अपनी-अपनी seat पर set होगा।
बस बच्चे, इस समय सब बच्चे अपनी ऊँच authority के स्मृति स्वरूप बनो।
इसके लिए बाप (परमात्मा पिता) को संग रखना अति आवश्यक है। बाप का साथ ही जल्द से जल्द आपको मंज़िल पर पहुँचा देगा…।
अच्छा । ओम् शान्ति ।
【 Peace Of Mind TV 】
Dish TV # 1087 | Tata Sky # 1065 | Airtel # 678 | Videocon # 497 |
Jio TV |